शनिवार, 6 मार्च 2010

आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के कर्मचारी नेताओं कि अदूरदर्शिता पूर्ण नीतियां - 2

आखिर वही हुआ जिसका डर था .... मैंने अपने २० सितम्बर २००९ के आलेख
(यहाँ पढें) में जो लिखा था आखिरकार वो सच हो ही गया, न आपने और न ही उन तथाकथित नेताओं ने मेरी बात पर ध्यान दिया और वो सब हुआ जो नहीं होना चाहिए था। MACP लागू हो गयी और जैसा कि मैंने बताया था, किसी को भी विशेष फायदा नहीं हुआ बल्कि और कई नए कोम्प्लिकेशंस भी पैदा हो गए हैं।

अब नेता लोग उस चीज के लिए तैयार हो रहे हैं जिसके लिए पहले कभी नहीं थे। EA और SEA का मर्जर!


वर्षों से हम सब यह मांग करते आये हैं कि SEA और AE तथा EA (नए और पुराने दोनों ही) और SrTech का मर्जर होना चहिये, AE और आगे के प्रमोशन से किसी भी तरह की रोक (Qualification Bar or Any Other Bar) या बाध्यता हटनी चाहिए।

पर आज हम उस सब(EA और SEA का मर्जर) के लिए तैयार होने कि दिशा में कदम बढाने को तैयार हैं, जिसके लिए पहले कभी तैयार नहीं थे।

आप या मैं शायद तैयार न हों पर हमारे तथाकथित कर्णधार तो तैयार हैं।
इस सब का इफेक्ट हमारी उन पुरानी मांगों पर पड़ेगा जिनकी मांग हम वर्षों से करते आये हैं और संभावना तो यह है कि ये मांगें पूरी होना तो दूर की बात, उनकी मांग करना भी दूर की कौड़ी हो जायेगा ।

एक बार किसी भी प्रकार का लाभ जैसे (EA और SEA का मर्जर) लेने के बाद प्रशासन से उसे बदलवाना कोई बहुत आसान काम नहीं होता है।
यह बात इन नेताओं को अच्छी तरह पता है, पर शायद चुनाव नज़दीक होने के कारण ये इन सभी मूल बातों को नज़रंदाज़ कर रहे हैं।


वास्तविक फायदा केडर रिस्ट्रक्चर से ही हो सकता है, जरुरत इस बात कि है कि उसकी (केडर रिस्ट्रक्चर) कमियों को दूर करके उसे तुरंत ही पिछली तारीख से (जो V - पे कमीशन से पहले की होनी चाहिए) लागू करवाने की सम्पूर्ण शक्ति से, पूरे मनोयोग से कोशिश की जाये, तभी MACP का और प्रमोशन का फायदा हम सभी को मिल सकेगा।

अभी भी समय है यदि वक़्त रहते नहीं चेते तो जो हाथ में है उससे भी जायेंगे। अब वक़्त आ गया है कि हम तात्कालिक लाभ के बजाय समझदारी से काम लें और दूर की सोचें और ऐसे निर्णयों को समर्थन न दें।

तो आओ हम सभी मिलकर नेताओं के लिए एक सदबुद्धि यज्ञ का प्रारम्भ करें।

मैं एक बार फिर कहता हूँ, जागो साथियों जागो... भविष्य की सोचो... आने वाले कल की सोचो... जागो दोस्तों जागो।

( आप भी अपने विचार यहाँ लिख सकते हैं। या ईमेल द्वारा भी मुझे अपने विचारों से अवगत करवा सकते हैं, परन्तु यहाँ लिखे आपके विचारों को और दूसरे लोगों को भी पड़ने का मौका मिलेगा।)

आपका अपना,
अश्विनी कुमार,
ई मेल - akvkota@gmail.com

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